Prime Minister Narendra modi speech on Ram mandir Pran Pratishtha: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण/Modi speech/Pran pratishtaha/ Modi ji Bhashan
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अवसर पर पीएम मोदी ने संबोधन किया और फिर से लोगों का दिल चुरा लिया। उनके भाषण से भारत के युवाओं को प्रेरणा और ऊर्जा मिली।
PM Narendra modi speech on Ram mandir Pran Pratishtha: उनके भाषण की मुख्य बातें:
1. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ‘सियावर राम चंद्र की जय’ से की.
2. आज हमारे राम आ गए है. सदियों की प्रतीक्षा के बाद, अनियमित बलिदान, त्याग के बाद हमारे राम आ गए है.
3. इस शुभ घड़ी की सभी देशवासियों को बधाई.
4. बहुत कुछ कहने को है परन्तु कंठ अवरुद्ध है.
5. हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे अब वो भव्य मंदिर में रहेंगे.
6. यह एक अलौकिक समय है और सभी रामभक्त खुश है.
7. यह घडी भगवन प्रभु श्री राम चन्द्र का सब पर आशीर्वाद है.
8. 22 जनुअरी 2024 एक नए कालचक्र का उद्गम है.
9. भगवान का मंदिर आने से नवउत्साह का सृजन हुआ है और 1000 साल बाद भी लोग आज की तारीख को याद रखेंगे.
10. हम लोग खुशकिस्मत है कि इस पल को देख रहे है.
11. यह समय कालचक्र की अमित रेखा है और गुलामी की मानसिकता को तोड़ता हुआ इतिहास है, रामभक्त हनुमान को प्रणाम, हनुमान गढ़ी को प्रणाम, पावन अयोध्या और सरयू नदी को प्रणाम।
12. त्रेता युग में भगवान राम के आगमन पर तुलसीदास जी ने लिखा है कि भगवान राम को देखकर लोगों का मन हर्ष से भर गया और लंबे समय तक वियोग से जो दुख हुआ था हमें दुख से मुक्ति मिली, वो तो केवल 14 वर्ष का वर्ष था परंतु याह तो सदियो का वियोग जिसे आज मुक्ति मिली।
13. मैं प्रभु श्री राम से क्षमा चाहता हूं कि हमारे पुरुषार्थ में ही कुछ कमी रह जाएगी कि इतनी सदियो तक हम इस कार्य को नहीं कर पाएंगे। आज वो कमी पूरी हो गई और मुझे पता है कि आप हमें माफ करेंगे।
14. हमारे संविधान के प्रथम पेज पर भी श्री राम की प्रतिमा है और मैं न्याय पालिका को धन्यवाद देता हूं कि उनको न्याय की लाज रख ली।
15. आज पूरा देश दीपावली मना रहा है।
16. 11 दिनो के व्रत में उन जगह पर जाने की सोची जहां पर प्रभु श्री राम के चरण पड़े थे। इस परक्रिया में मुझे देश के अलग-अलग भाषा में रामायण को सुनने का अवसर प्राप्त हुआ।
17. आज उन व्यक्तियों को भी याद करने का समय हे जिन्होनें इस कार्य को पूरा करने में अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया। हम सब उन लोगो उन कार सेवकों को प्रणाम।
18. हमारे लिए ये अवसर सिर्फ विजय का नहीं विनय का भी है।
19. राम आग नहीं ऊर्जा है, विवाद नहीं समाधान है, राम सबके है। राम वर्तमान नहीं अनंत है।
20. आज प्रभु श्री राम की प्रतिष्ठा नहीं, साक्षात मानव मूलो और आदर्शो की प्राण प्रतिष्ठा है।
21. यह मंदिर भारत के दिग्दर्शन और राष्ट्र चेतना का मंदिर है।
22. प्रभु राम भारत की चेतना, चिंतन, प्रतिष्ठा, प्रभाव, नीति, नित्यता, निरंतर, विकु, विष्ट, विश्व और विश्वात्मा है।
23. आज के अवसर पर देव और देवी आशीर्वाद दे रहे हैं। आप ये अनुभव कर रहे हैं कि काल चक्र बदल रहा है। इसके लिए हमारी पीढ़ी को चुना गया है, यही सही समय है हमने आज इस समय से अगले 1000 वर्षों की नीव रखनी है।
24. हम समग्र, सक्षम और दिव्य भारत बनाने की सौगंध लेते हैं।
25. देव से देश एवं राम से राष्ट्र की चेतना का विस्तार है।
26. राम मंदिर निर्माण के उदय का साक्षी बनेगा।
27. यह भारत का समय है और अब भारत आगे बढ़ने वाला है। इसी भाव के साथ रामलला के चरणों में प्रणाम, सभी संतो को प्रणाम, सियावर राम चन्द्र की जय।